Voter Adhikar Yatra: राहुल-तेजस्वी की 16 दिन की यात्रा पर बीजेपी का हमला, बोली- ‘संविधान बदनाम यात्रा’

Voter Adhikar Yatra: राहुल-तेजस्वी की 16 दिन की यात्रा पर बीजेपी का हमला, बोली- ‘संविधान बदनाम यात्रा’
Voter Adhikar Yatra: राहुल-तेजस्वी की 16 दिन की यात्रा पर बीजेपी का हमला, बोली- ‘संविधान बदनाम यात्रा’

Voter Adhikar Yatra: बिहार में महागठबंधन ने चुनावी माहौल गर्म कर दिया है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी और राजद नेता तेजस्वी यादव ने संयुक्त रूप से ‘वोटर अधिकार यात्रा’ की शुरुआत की है। यह यात्रा 16 दिनों तक चलेगी और करीब 1300 किलोमीटर की दूरी तय करते हुए 20 जिलों से होकर गुजरेगी। हालांकि, इस अभियान को लेकर बीजेपी ने तीखा हमला बोला है और इसे ‘संविधान बदनाम यात्रा’ करार दिया है।


बीजेपी का कांग्रेस-RJD पर हमला

भाजपा नेता सीआर केसवन ने कहा कि राहुल गांधी और तेजस्वी यादव लोकतंत्र और संविधान की आड़ में वंशवादी राजनीति कर रहे हैं।

  • उन्होंने इसे **“एक व्यक्ति, एक वोट” नहीं बल्कि “एक परिवार, एक राज” बताया।

  • केसवन ने आरोप लगाया कि कांग्रेस और RJD का असली मकसद जनता को भ्रमित करना और अपनी विफलताओं से ध्यान भटकाना है।

  • उन्होंने कहा कि डॉ. भीमराव आंबेडकर द्वारा दिए गए संविधान का बार-बार अपमान करना कांग्रेस की पुरानी आदत है।


क्यों निकाली गई Voter Adhikar Yatra?

महागठबंधन ने यह यात्रा विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) और कथित वोट चोरी के खिलाफ निकाली है। राहुल गांधी और तेजस्वी यादव इसे जनता से सीधे जुड़ने और विपक्षी एकजुटता दिखाने का बड़ा मंच बना रहे हैं।


यात्रा का कार्यक्रम और रूट

यह यात्रा 17 अगस्त को सासाराम (रोहतास) से शुरू हुई और 1 सितंबर को पटना में एक विशाल रैली के साथ समाप्त होगी।

यात्रा का मुख्य शेड्यूल:

  • 17 अगस्त – सासाराम, रोहतास

  • 18 अगस्त – देव रोड, अंबा-कुंडुंबा

  • 19 अगस्त – हनुमान मंदिर, पूनामा, वजीरगंज

  • 21 अगस्त – तीन मोहानी दुर्गा मंदिर, शेखपुरा

  • 22 अगस्त – चंद्र बाग चौक, मुंगेर

  • 23 अगस्त – कुर्सेला चौक, बरारी, कटिहार

  • 24 अगस्त – खुश्कीबाग, कटिहार से पूर्णिया

  • 26 अगस्त – हुसैन चौक, सुपौल

  • 27 अगस्त – गंगवारा महावीर स्थान, दरभंगा

  • 28 अगस्त – रीगा रोड, सीतामढ़ी

  • 29 अगस्त – हरिवाटिका गांधी चौक, बेतिया

  • 30 अगस्त – एकमा चौक, एकमा विधानसभा, छपरा

  • 01 सितंबर – पटना (गांधी मैदान में विशाल रैली)

👉 यात्रा के दौरान 20, 25 और 31 अगस्त को विश्राम दिवस रहेगा।


Voter Adhikar Yatra का राजनीतिक महत्व

🔹 कांग्रेस और RJD इसे जनाधार मजबूत करने और चुनावी तैयारी का साधन मान रहे हैं।
🔹 बीजेपी इसे वंशवाद और संविधान विरोधी राजनीति करार दे रही है।
🔹 यह यात्रा बिहार की राजनीति में चुनावी शोर और विपक्ष-भाजपा आमने-सामने का संकेत दे रही है।

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